जिले में घाटों की खुली निलामी पर पाबंदी के साथ वर्ष 2022-23 में बेचे गए घाटों के स्टॉक को अब भी मान्यता का ताज मिल रहा है। इसी दांवेदारी में जिलाधिकारी ने मार्च 2024 में मुल तहसील के भेजगांव रेती घाट धारक रामप्रकाश बी चौधरी के 2500 ब्रास स्टॉक को ट्रेड लायसंस जारी किया है। लेकीन इस भेजगांव रेती घाट के स्टॉक में केवल 200 से 250 ब्रास रेती ही उपलब्ध है। ऐसे में गत सप्ताह जारी टे्रड लायसंस मुल तहसील, चंद्रपुर जिला खनिकर्म के अधिकारीयोंं ने बिना जांच ही सेटींग की दांवेदारी पर लायसंस देने का सत्य मान्य होता है। 2 दिन पुर्व ही जिला पुलिस अधिक्षक ने घाट पर अवैध उत्खनन और जारी रेती बिक्री लायसंस के उद्देश का सच सामने लाया है। चौधरी के भेजगांव रेती घाट स्टॉक में रेती दांवेदारी तो अधिकारीयों की सेटींग पर मान्यता पाने के साथ अवैध उत्खनन को अंजाम देकर 5 हजार ब्रास से करोडो कमाने का खेल ही खेला गया है। जिस में जिलाधिकारी विनय गौडा, जिला पुलिस अधिक्षक मुम्मका सुदर्शन ने मामले की जांच करने पर दुध का दुध और पानी का पानी तो हो सकता हैक