मध्यप्रदेश पॉवर जनरेशन प्रा लि. के एसईसीएल और एनसीएल के आरसीआर ठेकों में चंद्रपुर जिले के एसकेटी ट्रांसपोटर को ठेका मिला है। वही एसईसीएल के ठेके में तो करोडो की एडिशनल बिजी का भुगतान तक करना पडा है। विशेष रूप से डिजल के खर्च दाम से भी कम बिडींग पर एडिशनल बिजी का प्रावधान है। वही जानकारी नुसार एनसीएल और एसईसीएल की खदानों से कोयला उठाकर सायडींग लाने और गोलमाल को अंजाम देने के संकेत मिल रहे है। इस काम में एसकेटी के साथ परदे के पिछे दमदार कोयला व्यापारी है। वैसे भी आरसीआर ठेकों में कोयले की सुरक्षा पर सवाल उठने के साथ नियंत्रण दांवेदारी तो मंत्री और अधिकारीयों की सेटींग पर लापता होने का इतिहास और वर्तमान है। जिस से एसकेटी का बोलबाला एमपीपीजीसीएल के आरसीआर ठेको में होकर तगडा दांव लगने का ऐलान ही हो रहा है।