चंद्रपुर जिले के बल्लारशाह वन परिक्षेत्र में बाघ ने बांबू कामगार का शिकार कर घंटो तक बैठे रहने की घटना सामने आयी है. १४ जनवरी २०२५ को सुबह १० बजे बल्लारशाह वन परिक्षेत्र में बांबू ठेकेदार को प्रदान बांबू यूनिट क्रमांक ०५ बल्लारपुर में लालसिंग बरेलाल मड़ावी ५७ रा. मध्यप्रदेश यह नियत क्षेत्र बल्लारशाह के आरक्षित वनखंड क्रमांक ४९३ में काम कर रहा था. इसी दरम्यान बाघ ने अचानक लालसिंग पर हमला किया. जिसमे लालसिंग की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. घटना की जानकारी मिलते ही सहायक वन संरक्षक वन्य मध्य चांदा वन विभाग, चंद्रपुर और वन परिक्षेत्र अधिकारी बल्लारशाह ने कर्मचारियों के साथ घटना स्थल को भेट दी है. मौके पर बाघ लालसिंग बरेलाल मड़ावी के शव के पास बैठा था. बाघ को भगाने का प्रयास किया गया लेकिन बाघ वन अधिकारियो की तरफ ही आ रहा था. दोपहर के ४ बजे तक बाघ ना हटने पर अति तत्काल दल बल्लारपुर ने पशु वैधकीय अधिकारी कुंदन पोड़चलवार, वन जिव उपचार केंद्र ताडोबा के मार्गदर्शन में शूटर अविनाश फुलझेले वन रक्षक ने बाघ को गन से डॉट मारकर बेहोश किया है. पशु वैधकीय अधिकारी कुंदन पोड़चलवार ने बाघ की जाँच कर बाघ को पिंजरे में बंद कर जाँच के लिए वन्य जीव उपचार केंद्र लाया है. यह बाघ नर होकर उम्र ४ वर्ष बताई जा रही है. मृत लालसिंग बरेलाल मड़ावी के शव का पुलिस ने पंचनामा कर शव जाँच के लिए बल्लारपुर उपजिला अस्पताल भेजा है. मृतक लालसिंग बरेलाल मड़ावी के परिवार को वन विभाग ने आर्थिक सहायता दी है.
यह कार्यवाही मध्य चांदा वन विभाग चंद्रपुर के उपवनसंरक्षक श्वेता बोडडु के मार्गदर्शन में उपविभागीय वन अधिकारी राजुरा पवन कुमार जोंग व सहायक वन संरक्षक आदेश कुमार शेंडगे के नेतृत्व में वन परिक्षेत्र अधिकारी बल्लारशाह नरेश भोवरे ने की है.