2016 में बाबुपेठ रेलवे उडानपुल के निर्मीती का कार्य शुरू होकर 32 करोड 22 लाख के खर्च को मान्यता दी गयी थी। तो आज तक इस पुल का कार्य पुर्ण ना होने के साथ रेलवे मंत्रालय की मान्यता के लिए रूके होने की जानकारी बयानो से दी जा रही है। इस पुल के साथ रामनगर दाताळा मार्ग पर बडे पुल की निर्मीती का कार्य पुर्ण होकर जनता को लाभ भी मिला है। बाबुपेठ के पुल पर चुनावी मौसम में दांवे होने के साथ उद्धाटन समारोह पर तो 2 बार कार्य होने तक के आरोप प्रत्यारोप लग चुके है। राज्य और केंद्र में भाजपा की सरकार होकर जिले में विकास पुरूष जिला पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार, राष्ट्रीय मागासवर्गीय आयोग अध्यक्ष हंसराज अहीर तक जन सेवा के कार्य की दांवेदारी कर रहे है। बाबुपेठ रेलवे उडानपुल निर्मीती का स्वप्न पुर्ण करने में केवल दांवे ही कर रहे है।