बाघों के लिए सरकार का नियोजन और नियम तो बने है, लेकिन बाघों की मौत के कारणों पर मंथन से उपाय योजना तो कही काम ही लगती है। तभी तो बाघों की मौतों का आकड़े संकेत दे रहे है। नैशनल टायगर कंझरवेशन अथोरीटी के रेकार्ड नुसार 1 जन वरी 2021 से 1 नवंबर 2023 तक पुरे देश में 403 बाघो की मौत हुई है। तो महाराष्ट्र राज्य में 91 मौते होकर चंद्रपुर जिले में 48 बाघ की मौत हुई है। वर्ष 2021 में चंद्रपुर जिले में 12, वर्ष 2022 में 13 तो 1 नवंबर 2023 तक 23 बाघ की मौत हुई है। वही मानवी वन्य जीव संघर्ष में वर्ष 2020 में 32, वर्ष 2021 में 46 और वर्ष 2022 में 49 नागरिकों की जान गयी है। ऐसे में राज्य वन मंत्रालय व्दारा बाघो की सुरक्षा के लिए नियोजन के कार्यो का प्रदर्शन तो है। लेकीन नियोजन में कमी खलने के साथ 3 वर्ष में चंद्रपुर जिले में 48बाघो की मौत चिंता का विषय बन चुका है।