ताडोबा अंधारी व्याघ्र प्रकल्प की ऑनलाइन टीकीट बुकिंग का ठेका चंद्रपुर वॉईल्ड लाईफ कनेक्टीवीटी सोलुशन कंपनी को मिला था। जिस के मालक अभिषेक व रोहीत ठाकुर व्दारा 12 करोड 15 लाख 50 हजार का घोटाला करने का सामने आने पर क्षेत्र संचालक डॉ. जितेंद्र रामगांवकर ने पुलिस शिकायत की थी। जिस के बाद न्यायालय ने ठाकुर बंधुओं को कुछ रक्कम भरने की शर्त पर अग्नीम जमानत दी थी। लेकीन रक्कम भ रने के बाद भी घोटाला बडा होने से नागपुर उच्च न्यायालय ने अभिषेक और रोहीत ठाकुर की जमानत रद्द करने और इसके बाद सर्वोच्च न्यायालय ने भी जमान रद्द करने का निर्णय देने से दोनो को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। 12 अप्रैल 2024 तक दोनो को पुलिस कस्टडी मिलने की जानकारी है।