चंद्रपुर जिले के जिला मुख्यालय चंद्रपुर शहर की सबसे बड़ी समस्या पर नेताओ के प्रयास स्टंट बनकर रह गए है. जनता को आकर्षित करने के लिए समस्या पर आंदोलन, बैठक तक ही मामला सिमट रहा है. जिसमे चंद्रपुर शहर के जटपुरा गेट जाम की समस्या को सुलझाने में बड़े दावे तो हुए, लेकिन समस्या आज भी चुनौती की है. मंत्री मुनगंटीवार ने जटपुरा जाम से निजात दिलाने के लिए बैठक और अधिकारियो को निर्देश भी दिए लेकिन नतीजा तो जनता के सामने आकर केवल लाइटिंग लगाकर विकास का प्रदर्शन ही किया है. वही विधायक बनने के पहले विधा किशोर ने बड़ा आंदोलन तो किया लेकिन विधायक बनने के बाद जटपुरा जाम समस्या से पल्ला झाड़कर अपना आंदोलन ही भूल गए है. पूर्व केंद्रीय मंत्री अहीर के प्रयास भी विफल ही साबित हुए है. तो कांग्रेस सांसद और नेताओ की भूमिका तो जटपुरा पर सुध ना लेने की रही है. ऐसे में जहा ऐतिहासिक धरोहर की माला जपकर समाधान से पल्ला झाड़ा जा रहा है. वही दर्जनों धरोहर का सूफड़ा साफ कर विकास के काम हो चुके है. किल्ला दीवार से लेकर कुए अतिक्रमण की भेट चढ़ चुके है. तो मनपा ने कुंभार बस्ती में सौंदर्यीकरण कर धरोहर का नामो निशान ही खत्म किया है. ऐसे में जटपुरा जाम में विकास के दावे और नेताओ के इरादे घुटने टेकने और जनता को निजात ना मिलने की तस्वीर ही उभर रही है.