चंद्रपुर जिले में मानव वन्य जीव संघर्ष बढकर नागरिकों की जान जा रही है। मई माह में ही बाघ के हमले में नागरिकों की मौत होने के कई मामले सामने आए है। 27 मई सुबह 9 के दरम्यान मुल तहसील के वन विकास महामंडल कंपार्टमेंट नंबर 524 में संजीवनी संजय मेकलवार 45 अपने पती संजय और रिश्तेदार कवडु बोमनवार, शांता कवडु बोमनवार जंगल में लकडी और कुडे के फुल लाने के लिए गयी थी। इसी दरम्यान झाडीयों में छुपे बाघ ने अचानक हमला किया है। साथ में जाने वाले पती और रिश्तेदारों ने चिल्लाकर शेर को भगाने का प्रयास किया। लेकीन तब तक शेर के हमले में संजीवीनी की मौत हो चुकी थी।
मामले की जानकारी मिलते ही वनविकास महामंडल के वन परिक्षेत्र अधिकारी एसबी बोथे, वन पाल शिंदे, कर्मचारी अशोक सिंघन, गव्हारे टोलेवाही की पुलिस पाटील संगीता चल्लावार, चिरोली पुलिस पाटील गोकुल मोहुर्ले, चिरोली वनरक्षक सविता गेडाम, उमेश झिरे और मुल पुलिस स्टेशन के पुलिस निरीक्षक सुबोध वंजारी ने घटनास्थल को भेट देकर पंचनामा कर शव जांच के लिए मुल उपजिला अस्पताल भेजा है। क्षेत्र में दहशत का वातावरण होकर वन विभाग व्दारा बाघ का बंदोबस्त करने की मांग की जा रही है।