अच्छे कोयले के लिए निकाले गए वॉश कोल ठेके से कच्चे कोयले से भी खराब वॉश कोल आने की पोल खुल चुकी है। महाजैनकों का वॉशरी ठेका राज्य ऊर्जा मंत्रालय की भ्रष्टाचार सेटींग से गुल खिला रहा है। जिस में खदान के कच्चे कोयले की जीसीवी से भी कम का वॉश कोल टीपीएस पहुंच रहा है। जिस में मई 2023 से सितंबर 2023 तक वॉशरी ठेके में 38 लाख 44 हजार 539 एमटी कच्चा कोयला उठाकर भेजे गए 37 लाख 85 हजार 187 वॉश कोल में मिलावटखोरी की पोल खुली है। महाजैनकों के रेकार्ड नुसार मई में 17 ही जीसीवी वॉशकोंंल में बडी है। तो जून में कच्चे कोयले की जीसीवी से कम 172 की गिरावट के साथ जुलाई में 294, अगस्त में 452 और सितंबर में 219 जीसीवी कम का वॉश कोल टीपीएस केंद्रो को मिला है। मिलावटखोरी का भांडाफोड होने के साथ महाजैनकों अधिकारीयों का भ्रष्टाचार भी सामने आकर राज्य उपमुख्यमंत्री व ऊर्जा मंत्री देवेंद्र फडणवीस की चुप्पी लाजवाब साबीत हो रही है।