मोबाइल की लत लगने से शाला के बच्चो का मानसीक संतुलन बिघड रहा है। ऐसे में मोबाइल के लिए शालेय विद्यार्थी ने आत्महत्या करने की घटना सामने आना यह चिंता का विषय है। चंद्रपुर शहर के रमाबाईनगर के 15 वर्षीय शाला में पढने वाले बालक ने मोबाईल ना मिलने से आत्महत्या करने की घटना सामने आयी है। समवेल धर्मेंंद्र मेश्राम यह शाला में पढने वाला विद्यार्थी होकर कुछ दिन पहले समवेल के पिता को शिक्षक ने शाला में बुलाकर समवेल का ध्यान पढाई में ना होने का बोल कर उस पर ध्यान देने के लिए कहा था।
उसके बाद उसके माता पिता रिश्तेदार के कार्यक्रम में घर से बाहर जाते समय उन्होने समवेल को साथ चलने के लिए कहा। लेकीन समवेल ने साथ आने से मना करते हुए पिता से मोबाइल मांगा। इस पर पिता ने समवेल को मोबाईल देने से मना करते हुए पढाई करने व टीवी देखने का कहकर वो चले गए। इसके बाद समवेल ने घर में ही फांसी लगाकर आत्महत्या की है। शाम को माता पिता घर वापस आए तो घर में समवेल फांसी लगने की स्थिती में दिखाई दिया।