चंद्रपुर शहर में सबसे बडे गणपती के रूप में चंद्रपुर का राजा को माना जाता है। वही श्रीगणेशोत्सव में चंद्रपुर शहर मनपा ने विशेष नियमावली 1 खिडकी योजना से जारी की थी। जिस मेंं विविध विभागों की अनुमती प्रदान की गयी थी। 28 सितंबर को अनंत चर्तुदशी मुहुर्त पर चंद्रपुर शहर में सार्वजनीक मंडलोंं की आकर्षक रैलीयों के साथ बाप्पा की बिदाई तक हो चुकी है। लेकीन चंद्रपुर का राजा का भव्य 35 फुट के लगभग के 2 स्वागत गेट आज भी तैनात ही है। इन गेटों के कारण आवागमन में बाधा होने के साथ इसी मार्ग पर गेटों की तैनाती तो आनेवाले वर्ष की पुर्व तैयारी का प्रदर्शन कर रहा है। वैसे तो चंद्रपुर शहर में अतिक्रमण को हटाकर जनता के लिए मार्ग खुला करने शहर मनपा का अतिक्रमण दल सुबह से शाम तक गस्त लगाता है। लेकीन जटपुरा गेट से रामनगर मार्ग पर चंद्रपुर का राजा के गेट तो आज भी ना हटकर मनपा अतिक्रमण विभाग को खुली चुनौती दे रहे है।