महाराष्ट्र राज्य में सुगंधित तंबाकू, पान मसाले पर पाबंदी के बावजूद भी सुगंधीत तंबाकू का व्यापार तेजी से बढ रहा है। जिस में सबसे बडा दांवेदार और बाजार चंद्रपुर जिले का माना जाता है। एक आकलन नुसार जिले में प्रती दिन 50 से अधिक पेटी तंबाकू बिक्री होती है। जो नियंत्रक जिला एफडीए से लेकर जिला पुलिस के लिए चुनौती होने के साथ लापता कारवाई पाबंदी को नाममात्र की साबीत कर रही है। ऐसे में पैसो की सेटिंग से अधिकारी ही रक्षक बनकर जयसुख जैसे व्यापारी के धंधे को पनपाने में कारगर साबीत हो रहे है। इसी सेटिंग मेें जयसुख मुखिया होकर गुप्ता, सदानंद, हरीश , अशोक जिले में जयसुख की तस्करी पर बिक्री को अंजाम दे रहे है. वही जयसुख का बड़ा ग्राहक एटापल्ली का हनुमान किराना होने की जानकारी है. साथ ही जयसुख की तगड़ी सेटिंग का बोलबाला जिले से लेकर गडचिरोली के एटापल्ली तक खुली ललककर बनकर उभर रही है.चंद्रपुर जिले में पाबंदी को सफल बनाने में पुलिस ने जनवरी 2024 से अगस्त 2024 तक 11 कार्यवाही करने की जानकारी है. जिसमे जिला अपराध शाखा ने 8 कार्यवाही की है. इस में फरवरी में 1, मार्च 3, अप्रैल 1, मई 6 ऐसी 8 कार्यवाही की गयी है. तो बल्लारपुर, गड़चांदुर और भद्रावती पुलिस स्टेशन ने एक एक ऐसी 3 कार्यवाही की है. जिले में 8 माह में पुलिस की कुल 11 कार्यवाही होकर इस कार्यवाही में 53 लाख 62 हजार का मुदेमाल जप्त किया गया है. जिला एफडीए ने 22 अगस्त 2024 को गड़चांदुर में 3 लाख 27 हजार का हुक्का शिशा तंबाखु (सुगंधित तंबाखु), ईगल हुक्का शिशा तंबाखु, मजा 108 हुक्का शिशा तंबाखु, विमल पानमसाला इत्यादी प्रतिबंधित अन्न पदार्थ जप्त किया है. चंद्रपुर जिले में सुगंधित तंबाकू की तस्करी और बिक्री को रोकने के लापता कार्य से पाबंदी का बंटाधार हो रहा है।