२४ जनवरी २०२५ को प्रशांत कवडूजी बावने ३३ रा.पेठ वार्ड राजुरा अपने परिवार के साथ घर पर ताला लगाकर अपने खेत पर गया था. दिनभर खेत पर काम करने के बाद दोपहर ४ बजे घर वापस आने पर घर का ताला टुटा हुआ दिखाई दिया. घर के अंदर जाकर देखने पर घर का सामान बिखरा पड़ा था. साथ ही अलमारी के लाकर में रखे १५ ग्राम की सोने की चैन कीमत ३० हजार, ६ ग्राम की सोने की चैन कीमत १२ हजार, ३ ग्राम के सोने के टॉप कीमत ६ हजार, १० ग्राम की सोने की पोत कीमत २० हजार, २० ग्राम की ६ सोने की अंगूठी कीमत ४० हजार, चांदी की चाल कीमत २० हजार, नगद १० हजार ऐसा कुल १ लाख २० हजार की चोरी होकर राजुरा पुलिस स्टेशन में मामले की शिकायत की गयी. शिकायत के आधार पर राजुरा पुलिस स्टेशन में अपराध क्रमांक ३०/२०२५ में कलम ३३१ (१), ३०५(अ), बीएनएस तहत मामला दर्ज कर मामले की जाँच शुरू की गयी. मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीपीओ साखरे, प्रभारी राजुरा पुलिस स्टेशन पुलिस निरिक्षक निशिकांत रामटेके ने घटनास्थल को भेट देकर राजुरा पुलिस के डीबी दल को मामले में कार्यवाही की सूचना दी. राजुरा पुलिस स्टेशन के डीबी दल के सपोनि रमेश ननावरे, पोउपनि भीष्मराज सोरते, सफो किशोर तुमराम, पोहवा अनूप डांगे, कैलाश आलम, पोअ अविनाश, शफीक शेख, तिरुपति जाधव, दत्ता चौहान, रामराव ने जाँच शुरू करने पर गुप्त जानकारी मिली थी . जिसमे जानकारी के आधार पर पुलिस ने शुभम दिलीप खोके २९ रा. किसान वार्ड राजुरा को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर चोरी की कबूली दी है. पुलिस ने चोरी गया संपूर्ण मुदेमाल शुभम से जप्त किया है.
यह कार्यवाही जिला पुलिस अधीक्षक मुम्मका सुदर्शन , अप्पर जिला पुलिस अधीक्षक रीना जनबंधु, एसडीपीओ साखरे, राजुरा पुलिस स्टेशन पुलिस निरिक्षक योगेश्वर पारधी के मार्गदर्शन में अपराध शाखा के सपोनि रमेश ननावरे, पोउपनि भीष्मराज सोरते, सफो किशोर तुमराम, पोहवा अनूप डांगे, कैलाश आलम, पोअ अविनाश, शफीक शेख, तिरुपति जाधव, दत्ता चौहान, रामराव ने की है.